How to start Upsc preparation after class 10th

How To Start Upsc preparation after Class 10th

प्रिय विद्यार्थियों मैं Dr. Ankur prakash Gupta मानव आपके लिए आज Upsc preparation के बारे में एक पोस्ट लेकर आया हूं , देखिए होता ऐसा हैं कि अक्सर आपको हजारों आर्टिकल्स मिल जायेगे जिसमे लिखा होगा कि How to start Upsc preparation after class 10th लेकिन मैं इस पोस्ट को कुछ अलग लेकर आया हूं इसमें मेरे द्वारा आपको कुछ ऐसी बाते बताई जायेगी जो आपके अंदर होनी चाहिएं तभी आपके अंदर एक upsc Prepration करने वाले विद्यार्थी की क्षमता होगी।

Important facts before start upsc preparation

सबसे पहले एग्जाम की पूरी जानकारी होना जरूरी है।
10वीं के बाद यूपीएससी (UPSC) की तैयारी करना एक बड़ा कदम है जो किसी भी विद्यार्थी के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। यूपीएससी परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा की सबसे महत्वपूर्ण परीक्षाओं में से एक है, जिसमें देश के सबसे उत्तम प्रशासनिक अधिकारियों का चयन किया जाता है।

UPSC preparation start after class 10th

यहां आपको कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दी जा रही हैं जो आपकी यूपीएससी की तैयारी में मदद कर सकती हैं।

  1. Knowledge of Upsc exam before start Your UPSC preparation: पहला कदम यह है कि आपको UPSC परीक्षा की पूरी जानकारी होनी चाहिए। इसमें परीक्षा की प्रकार, पाठ्यक्रम, पेपर पैटर्न, पूछे जाने वाले प्रश्नों का स्तर और अन्य जरूरी विवरण शामिल होते हैं।
  2. पाठ्यक्रम की समझ: UPSC परीक्षा के लिए आपको उसके पाठ्यक्रम को समझना चाहिए। इसके लिए, आपको संघर्षशीलता से पढ़ना चाहिए और उस विषयों पर विशेष ध्यान देना चाहिए जिनमें आपको कमजोरी महसूस होती है।
  3. स्वाध्याय का महत्व: Upsc की तैयारी में स्वाध्याय का बड़ा महत्व होता है। आपको नियमित रूप से अध्ययन करना चाहिए और अपने अध्ययन को अनुशासित रखना चाहिए।
  4. मॉक टेस्ट: मॉक टेस्ट लेना यूपीएससी की तैयारी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपको परीक्षा की तयारी के स्तर को समझने में मदद करता है और आपको अपनी कमियों को सुधारने का मौका देता है।
  5. व्यायाम और आराम: अच्छी सेहत और तनावमुक्त रहना भी यूपीएससी की तैयारी में महत्वपूर्ण है। आपको प्रतिदिन कुछ समय व्यायाम करना चाहिए और अपने आप को अच्छे से आराम देना चाहिए।
  6. निराश्रितता से बचें: निराशा के साथ निपटने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका है सकारात्मकता में परिणत होना। जब आप अपने असफलताओं या कठिनाइयों को सकारात्मक रूप से देखते हैं, तो आप उनसे सीखते हैं और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होते हैं।
  7. निरंतरता और समर्पण: सफलता के लिए निरंतरता और समर्पण अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यूपीएससी की तैयारी में आपको निरंतरता से काम करना होगा और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरी तरह से समर्पित होना होगा।
  8. संजीवनी: आखिर में, यह ध्यान रखना जरूरी है कि यूपीएससी की तैयारी में कभी-कभी विफलता का सामना किया जाता है। लेकिन यह एक संजीवनी हो सकती है। आपको उसे अवसर के रूप में देखना चाहिए और इससे सीखना चाहिए, ताकि आप अगली बार और अधिक मजबूती से उठ सकें।

इन सभी टिप्स का पालन करते हुए, आप यूपीएससी की तैयारी में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। धैर्य और परिश्रम से, आप अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं और एक उत्कृष्ट प्रशासनिक अधिकारी बन सकते हैं

ANALYSIS Upsc Exam syllabus before preparing


एग्जाम में सिलेबस को समझना एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है जो हर एक विद्यार्थी के लिए जरूरी है। एक अच्छे तैयारी के लिए सिलेबस को समझना सीधा संबंधित परीक्षा में सफलता की कुंजी होता है। यहां हम एग्जाम में आने वाले सिलेबस को समझने के कुछ महत्वपूर्ण तरीके बता रहे हैं:

  1. सिलेबस की पूरी जानकारी: सबसे पहला कदम सिलेबस की पूरी जानकारी होना चाहिए। आपको पता होना चाहिए कि परीक्षा में किन-किन विषयों का सिलेबस है, और इन विषयों में कितने-कितने चैप्टर हैं।
  2. विषयों का महत्व: सिलेबस के हर विषय का महत्व अलग-अलग होता है। आपको सिलेबस के हर एक विषय को उसके महत्व के अनुसार पढ़ना चाहिए।
  3. पिछले वर्षों के पेपर्स का अध्ययन: पिछले वर्षों के पेपर्स का अध्ययन करना भी बहुत महत्वपूर्ण है। इससे आपको परीक्षा के पैटर्न, अधिकतम विषयों का महत्व, और प्रश्नों का स्तर समझ मिलेगा।
  4. विषयों की प्राथमिकता: सिलेबस में विषयों की प्राथमिकता को समझना भी महत्वपूर्ण है। आपको उन विषयों पर अधिक ध्यान देना चाहिए जो परीक्षा में अधिक महत्वपूर्ण होते हैं।
  5. विषय के तैयारी का योजना बनाएं: सिलेबस के हर एक विषय Upsc के लिए आपको एक तैयारी का योजना बनाना चाहिए। यह आपको विषय को समयानुसार अच्छे से पढ़ने में मदद करेगा।
  6. अध्ययन सामग्री का चयन: आपको सिलेबस के हर एक विषय के लिए सही अध्ययन सामग्री का चयन करना चाहिए। अच्छी अध्ययन सामग्री का चयन करने से आपकी तैयारी में सुधार होगा।
  7. समय अनुसार पढ़ाई: सिलेबस के हर विषय को उसके महत्व और परीक्षा की दृष्टि से पढ़ना चाहिए। आपको अपने समय को समझदारी से प्रबंधित करना और हर एक विषय के लिए पर्याप्त समय निकालना चाहिए।
  8. सिलेबस का संदर्भ: आपको यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि परीक्षा में आने वाले सिलेबस को किस संदर्भ में पढ़ रहे हैं। आपको सिलेबस के हर विषय को उसके संदर्भ में पढ़ना चाहिए।
    समाप्ति: एग्जाम में आने वाले सिलेबस को समझने के लिए ये सभी तरीके बहुत महत्वपूर्ण हैं। सिलेबस के हर एक विषय को अच्छे से समझने और पढ़ने से आपकी तैयारी में सुधार होगा और आप परीक्षा में सफलता प्राप्त करेंगे।

UPSC preparation की रणनीति बनाएं और अध्ययन की सामग्री को इकट्ठा करें।

रणनीति और अध्ययन की सामग्री को इकट्ठा करना यूपीएससी जैसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह आपको सही दिशा और दिशा निर्देशित करने में मदद करता है ताकि आप अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर हो सकें। यहां हम रणनीति और अध्ययन की सामग्री को इकट्ठा करने के कुछ महत्वपूर्ण तरीके बता रहे हैं:

  1. सही सिलेबस का चयन: पहला कदम सही सिलेबस का चयन करना है। आपको अच्छे से समझना होगा कि परीक्षा में कौन-कौन से विषय शामिल हैं और उनमें से कितने प्रश्न पूछे जाते हैं।
  2. सही अध्ययन सामग्री का चयन: अध्ययन सामग्री का चयन भी महत्वपूर्ण है। आपको अच्छे से सोचना होगा कि कौन-कौन सी पुस्तकें और स्रोत सबसे उपयुक्त हैं आपके लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए।
  3. प्रश्न पत्रों का अध्ययन: पिछले सालों के प्रश्न पत्रों का अध्ययन करना भी महत्वपूर्ण है। इससे आपको परीक्षा का पैटर्न और प्रश्नों की तरह का विचार मिलता है।
  4. समय अनुसार अध्ययन: आपको अपने समय को सही ढंग से प्रबंधित करना होगा ताकि आप सभी विषयों का अच्छे से अध्ययन कर सकें।
  5. समृद्धि के स्रोत: आपको अध्ययन के लिए सही स्रोतों का चयन करना होगा, जैसे कि पुस्तकें, ऑनलाइन सामग्री, टेस्ट सीरीज, आदि।
  6. नोट्स बनाएं: आपको अपने अध्ययन के दौरान नोट्स बनाने की आदत डालनी चाहिए। इससे आपकी समझ और याददाश्त में सुधार होता है।
  7. समय अनुसार प्रश्नों को हल करें: प्रतिदिन कुछ समय अध्ययन के बाद प्रश्न पत्रों को हल करना चाहिए। इससे आपकी स्थिति का मूल्यांकन होगा और आपको अपनी तैयारी को समय-समय पर समीक्षा करने का मौका मिलेगा।
  8. निरंतर समीक्षा: समय-समय पर अपनी तैयारी का समीक्षा करना बहुत महत्वपूर्ण है। आपको अपने प्रगति को निरंतर मापना और अपने लक्ष्य के प्राप्ति की दिशा में चलना होगा।
    समाप्ति: रणनीति और अध्ययन की सामग्री को इकट्ठा करना यूपीएससी की तैयारी में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह आपको अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर करने में मदद करेगा और आपकी सफलता की दिशा में आगे बढ़ने में सहायक होगा।

एकाग्रता के साथ पढ़ाई करना एक महत्वपूर्ण और अच्छा तरीका है जो आपको अध्ययन के दौरान सफलता की दिशा में मदद कर सकता है। एकाग्रता से पढ़ाई करना अर्थात् ध्यान लगाकर और निरंतरता से पढ़ाई करना जिससे आपकी समझ में वृद्धि होती है, आत्मविश्वास बढ़ता है, और आप पढ़ाई को अधिक प्रभावी बनाते हैं। यहाँ हम कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर एकाग्रता के साथ पढ़ाई करने के फायदे पर चर्चा करेंगे:

  1. मनोबल में सुधार: एकाग्रता से पढ़ाई करने से मनोबल में सुधार होता है। ध्यान केंद्रित करने से मानसिक चंचलता कम होती है और आपका मन पढ़ाई में प्रतिष्ठित रहता है। यह आपको समझाने की क्षमता में सुधार करता है और आपके अध्ययन का परिणामस्वरूप बेहतर होता है।
  2. अधिक गहराई से समझना: एकाग्रता से पढ़ाई करने से आप विषय को अधिक गहराई से समझते हैं। ध्यान केंद्रित करने से आप विषय की अहम बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिससे आपकी समझ में एकाग्रता और सहजता होती है।
  3. अधिक प्रभावी याददाश्त: एकाग्रता से पढ़ाई करने से आपकी याददाश्त में भी सुधार होता है। ध्यान केंद्रित करने से आपका मस्तिष्क पढ़े गए सामग्री को अधिक सकारात्मक रूप से स्वीकार करता है, जिससे आपकी याददाश्त बेहतर होती है और आप परीक्षा में अधिक सफलता प्राप्त करते हैं।
  4. स्थिरता और समर्पण: ध्यान केंद्रित करने से आपकी स्थिरता और समर्पण की क्षमता बढ़ती है। यह आपको पढ़ाई के प्रति समर्पित करता है और आपको अपने लक्ष्य की ओर प्रेरित करता है।
  5. स्वास्थ्य का उन्नत होना: ध्यान केंद्रित करने से आपका स्वास्थ्य भी उन्नत होता है। मन को शांत और स्थिर रखने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, जो आपको पढ़ाई में अधिक प्रभावी बनाता है।
  6. सफलता की साधना: एकाग्रता से पढ़ाई करने से आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अधिक सक्षम होते हैं। यह आपको संघर्ष की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है और आपकी सफलता के लिए आवश्यक संघर्ष की भावना देता है।
    समाप्ति: एकाग्रता के साथ पढ़ाई करना एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रभावी तरीका है जो आपको अध्ययन के दौरान सफलता की दिशा में मदद कर सकता है। एकाग्रता से पढ़ाई करने से आपकी ध्यानाकर्षण की क्षमता में सुधार होता है, आपकी समझ बेहतर होती है, और आप पढ़ाई में अधिक प्रभावी बनते हैं।

Important tips for Upsc mains Written Upsc Exam preparation


पढ़ाई के साथ ही साथ लेखन करना एक महत्वपूर्ण कौशल है जो विद्यार्थियों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेखन कौशल का अभ्यास न केवल विचारों को स्पष्टता से व्यक्त करने में मदद करता है, बल्कि यह उनकी भावनाओं, विचारों, और ज्ञान को विवरणात्मक रूप से प्रकट करने का एक माध्यम भी होता है। यहाँ हम कुछ कारगर तरीके और लाभ विस्तार से विचार करेंगे:

  1. विचारों को स्पष्ट करना: लेखन करने की प्रक्रिया विचारों को स्पष्ट और स्वयं से जोड़ने का एक उत्कृष्ट तरीका है। विद्यार्थियों को अपने विचारों को शब्दों में परिवर्तित करने का अभ्यास करने से उनकी सोचने की क्षमता और सार्थकता में सुधार होती है।
  2. विद्यार्थियों के विचारों का विवरण: लेखन करने के द्वारा, विद्यार्थियों को अपने विचारों, अनुभवों, और अध्ययन से प्राप्त ज्ञान का विवरण देने का मौका मिलता है। यह उनके लेखन कौशल को विकसित करता है और उन्हें स्वतंत्रता का अहसास कराता है।
  3. अभिव्यक्ति की कला का संवर्धन: लेखन करने का अभ्यास विद्यार्थियों को अभिव्यक्ति की कला में सुधार करने में मदद करता है। वे अपने विचारों को साफ, संवेदनशील, और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने का अभ्यास करते हैं।
  4. अध्ययन की समझ का निर्माण: लेखन के द्वारा, विद्यार्थी अपने अध्ययन के विषय पर गहराई से समझ प्राप्त कर सकते हैं। यह उन्हें विषय को विभिन्न दृष्टिकोण से देखने और विश्लेषण करने की क्षमता देता है।
  5. विचारों को व्यक्त करने की क्षमता: लेखन विद्यार्थियों को अपने विचारों को सटीकता से और प्रभावी ढंग से व्यक्त करने की क्षमता प्रदान करता है, जो उन्हें प्रभावशाली संवादक और लेखक बनाता है।
  6. स्वाध्याय की प्रोत्साहना: लेखन करने की प्रक्रिया विद्यार्थियों को स्वाध्याय की प्रोत्साहना देती है। यह उन्हें अपने विचारों को स्वतंत्र रूप से अध्ययन करने के लिए प्रेरित करता है और स्वाध्याय के माध्यम से अधिक सूक्ष्मता के साथ अध्ययन करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है।
    समाप्ति: पढ़ाई के साथ ही साथ लेखन करना विद्यार्थियों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह उन्हें विचारों को स्पष्टता से व्यक्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम प्रदान करता है और उन्हें अध्ययन के दौरान विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करता है।

Importance of Mock Test in upsc Prepration

बार-बार मॉक टेस्ट लेना एक यूपीएससी की तैयारी में अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रभावी तरीका है। यह तैयारी को व्यावसायिक और प्रभावी बनाने में मदद करता है, और विद्यार्थियों को अभ्यास करने का अवसर देता है। निम्नलिखित कुछ कारण बताते हैं कि बार-बार मॉक टेस्ट लेना क्यों महत्वपूर्ण है:

  1. प्रैक्टिस करने का अवसर: मॉक टेस्ट लेना विद्यार्थियों को प्रैक्टिस करने का अवसर देता है। यह उन्हें परीक्षा के पैटर्न, प्रश्न की सामग्री, और समय प्रबंधन की कौशल में सुधार करने का मौका देता है।
  2. आत्म-मूल्यांकन: मॉक टेस्ट लेना विद्यार्थियों को उनकी तैयारी का अवलोकन करने का मौका देता है। यह उन्हें उनकी कमियों और मजबूतियों का पता लगाने में मदद करता है ताकि वे अपनी तैयारी को और भी प्रभावी बना सकें।
  3. परीक्षा के प्रेसर को अनुभव करना: मॉक टेस्ट लेना विद्यार्थियों को परीक्षा के दौरान होने वाले प्रेसर का अनुभव करने में मदद करता है। यह उन्हें परीक्षा के दिन अधिक स्वतंत्रता और आत्मविश्वास के साथ परीक्षा देने में मदद करता है।
  4. त्रुटियों का सुधार: मॉक टेस्ट लेने के बाद, विद्यार्थी अपनी गलतियों का पता लगा सकते हैं और उन्हें सुधारने का मौका प्राप्त करते हैं।
  5. समय प्रबंधन की कौशल: मॉक टेस्ट लेना विद्यार्थियों को समय प्रबंधन की कौशल में सुधार करने में मदद करता है। यह उन्हें परीक्षा के लिए समय को सही ढंग से व्यवस्थित करने और हर प्रश्न को समाप्त करने के लिए तैयार करता है।
  6. प्रोत्साहन: अधिकांश मॉक टेस्ट की तैयारी की अधिक मात्रा का अवलोकन कराता है और विद्यार्थियों को उनकी तैयारी के बारे में आत्मविश्वास प्रदान करता है।
  7. नेतृत्व कौशल: मॉक टेस्ट विद्यार्थियों को समूह में नेतृत्व कौशल विकसित करने में मदद करता है। यह उन्हें एक साथ काम करने का अवसर देता है और उन्हें अपनी टीम को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की कौशल सिखाता है।
    समाप्ति: बार-बार मॉक टेस्ट लेना यूपीएससी की तैयारी के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रभावी तरीका है। यह विद्यार्थियों को परीक्षा के पैटर्न, प्रश्न की सामग्री, समय प्रबंधन, और स्वयं के प्रगति को अनुमान लगाने का मौका देता है। इसके अलावा, यह उन्हें स्वतंत्रता, आत्मविश्वास, और परीक्षा के दिन के प्रेसर का अनुभव कराता है और उन्हें अधिक प्रभावी बनाता है।

Why Read Newspaper and current affairs during UPSC preparation


रोज़ाना न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन पढ़ना एक महत्वपूर्ण और उपयोगी गतिविधि है जो हमें समय-समय पर विश्व में घटित घटनाओं की जानकारी और विस्तार से समझने का मौका देती है। यह हमें समाचार, विचार, तकनीक, साहित्य, विज्ञान, सामाजिक मुद्दों और अन्य विषयों पर अद्यतन रूप से सूचित करता है। न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन पढ़ने के कुछ महत्वपूर्ण लाभ निम्नलिखित हैं:

  1. समाचार और विश्वासी सूचनाएँ प्राप्त करें: रोज़ाना न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन पढ़ने से हमें विभिन्न विषयों पर समाचार और विश्वासी सूचनाएँ प्राप्त होती हैं, जो हमें देश और विदेश में चल रहे घटनाक्रमों के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करती हैं।
  2. सामाजिक जागरूकता बढ़ाएं: न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन हमें विशेष रूप से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों, राजनीतिक, सामाजिक, और आर्थिक मुद्दों के बारे में सचेत करते हैं, जिससे हम अपने समाज में उठ रही मुद्दों के बारे में जागरूक बनते हैं।
  3. विचार-विमर्श को प्रोत्साहित करें: मैगज़ीन और न्यूज़ पेपर विचार-विमर्श और विचारों को संवाद करने का माध्यम भी प्रदान करते हैं। यह विभिन्न लेखकों, कॉलमिस्टों, और विचारकों के विचारों को सुनने और समझने का अवसर प्रदान करता है।
  4. बाजार और वित्तीय सूचना: विभिन्न न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन हमें बाजार की हालत, शेयर बाजार, अर्थव्यवस्था, बैंकिंग, और अन्य वित्तीय मुद्दों की ताज़ा सूचना प्रदान करते हैं, जो हमें अच्छे निवेश और वित्तीय योजनाओं के बारे में सचेत रखता है।
  5. साहित्य, कला, और संस्कृति: मैगज़ीन विशेष रूप से साहित्य, कला, और संस्कृति से जुड़े मुद्दों पर आर्टिकल, कहानियाँ, कविताएँ, और संवाद प्रकाशित करते हैं। इससे हमें विभिन्न कला और साहित्यिक परंपराओं के बारे में ज्ञान मिलता है और हम अपनी सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाते हैं।
  6. विशेष रूप से आपूर्तिकर्ताओं और विज्ञान के विकास पर ध्यान केंद्रित करें: कुछ मैगज़ीन और न्यूज़ पेपर विशेष रूप से विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, चिकित्सा, और अन्य विज्ञानसम्बंधी विषयों पर लेख और लेखकों की रिपोर्ट को प्रकाशित करते हैं। यह हमें विज्ञान के विकास और नवाचारों के बारे में अपडेट रहने का मौका देता है।
    रोज़ाना न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन पढ़ने के लाभ अद्वितीय हैं और हमें अपने आसपास की दुनिया को बेहतर समझने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह हमारे सोचने और जानकारी के स्तर को बढ़ाने में भी सहायक होते हैं और हमें एक समृद्ध, संवेदनशील, और जागरूक नागरिक बनाते हैं।

मैं Dr. अंकुर प्रकाश गुप्ता मानव उम्मीद करता हूं कि How to start upsc Prepration after class 10th के जरिए आपको काफी कुछ बता पाया होऊंगा।

Read more: How To Prepare For UPSC Exam 2024

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